30 की उम्र पार करने के बाद स्वस्थ आहार ले कर रखे अपने सेहत का ख्याल – health diet in Hindi – othershealth
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स्वस्थ आहार ( health diet in Hindi )
स्वस्थ आहार – उम्र के हिसाब से व्यक्ति को अपना ध्यान रखने की जरूरत होती है. जब महिलाएं 30 साल की उम्र तक पहुंचती है तो शरीर में कई बदलाव होते हैं. भले ही इस उम्र में पहुंचने पर यह बदलाव दिखे नहीं, लेकिन इस उम्र के पार होने पर जीवन को स्वस्थ और खुशहाल बनाने के लिए सेहत का ख्याल विशेष रूप से रखना होता है.
अगर कोई महिला मीटिंग के लिए नाश्ता करना छोड़ देती है, यदि उनका दोपहर का भोजन का प्रोटीन और वसा से भरपूर नहीं है, तो 30 साल की उम्र के बाद यह छोटी बातें बड़ी चिंता का कारण बन सकती है. इसलिए 30 की उम्र के बाद कुछ बातों का महिलाओं को विशेष ध्यान रखना चाहिए.
सबसे पहले तो खानपान स्वस्थ होना चाहिए. डॉ लक्ष्मी दत्ता शुक्ला का कहना है कि मेटाबॉलिज्म एक प्रक्रिया है जिसके जरिए शरीर भोजन को ऊर्जा में बदलता है. जितनी तेज मेटाबॉलिज्म की दर रहेगी, उतनी ही अधिक ऊर्जावान और सक्रिय रहेंगे.
अच्छे पोषक तत्वों का सेवन
मेटाबॉलिज्म बढ़ाने के लिए अच्छे पोषक तत्वों का सेवन करना चाहिए, क्योंकि 30 के पार होते ही इसके दर में कमी होने लगती है. इसका दर कम होने पर वजन बढ़ने की भी शिकायत होती है. इसलिए मेटाबॉलिज्म की दर को बढ़ाने के लिए प्रोटीन ज्यादा ले कार्बोहाइड्रेट और वसा जरूर लें, लेकिन दिन का सबसे बड़ा भोजन नाश्ता होना चाहिए, जिसमें यह तीनों पोषक तत्व हो.
वही रात का खाना हल्का होना चाहिए. फाइबर का सेवन उन्हें वजन घटाने में मदद करेगा. 30 की उम्र में पहुंचने पर हार्मोन के काम में काफी बदलाव आता है. थायराइड डिस्फंक्शन के जोखिम की जांच के लिए आयोडीन के स्तर पर नियमित नजर रखना जरूरी होता है.
महिलाओं को आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे- कद्दू के बीज, हरी सब्जियां, किशमिश आदि लें. महिलाओं को हड्डियों के लिए विटामिन डी के साथ कैल्शियम का सेवन जरूर करना चाहिए. जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है एस्ट्रोजन का स्तर घटता है जो की हड्डी के घनत्व को प्रभावित करता है.
मानसिक स्वास्थ्य का विशेष ख्याल
दूध, दही, पनीर, बादाम आदि का सेवन करें. स्वस्थ आहार के अलावा 30 की उम्र में पहुंचने पर महिलाओं को मानसिक स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखने की जरूरत होती है. इस उम्र में तनाव आम है, लेकिन जरूरत से ज्यादा तनाव मानसिक स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव डालेगा और इससे कई बीमारियां घेरेंगी.
तनाव से बचने के लिए अपनी दिनचर्या में संतुलन बनाए. प्रथमिकता के अनुसार काम की सूची बना लेंगे तो काम आसान होंगे. काम अपनी जगह है, लेकिन परिवार, दोस्तों के लिए भी समय निकालें. खुद की सेहत के लिए रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें.
वह काम करें जो आपको खुश करते हैं. पढ़ना पसंद है तो किताबें पड़े, कुछ नया सीखना का मन हो तो इसे जरूर करें. इससे रचनात्मकता बढ़ेगी और दिमाग की सेहत के लिए भी अच्छा रहेगा. 30 साल की उम्र पार करने के बाद नियमित मेडिकल चेकअप करवाएं.
इसके लिए यह जानना जरूरी है कि कितनी अच्छी तरीके से काम कर रहे हैं और देखभाल के लिए और क्या जरूरत है. कई बीमारियां जैसे कैंसर हृदय रोग गठिया के लक्षण जल्द दिखाई नहीं देते समय से पहले किसी रोग का पता चल जाए तो उचित इलाज के लिए उचित इलाज के जरिए छुटकारा पाया जा सकता है.
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मुश्किल नहीं है स्वस्थ रहना ( health diet )
एक स्वस्थ जीवन बिताने के लिए स्वस्थ आहार शैली का पालन जरूरी है. फिजिकल एक्टिविटी के साथ हेल्थी और बैलेंसद डाइट अच्छे स्वास्थ्य की नींव है. हेल्दी डाइट में हाई क्वालिटी प्रोटीन, कॉन्प्लेक्स, कार्बोहाइड्रेट, हार्ट हेल्दी फैट, विटामिंस, मिनरल्स और करीब 3 लीटर पानी प्रतिदिन पीना शामिल है. हेल्थी डाइट ना केवल स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है, बल्कि यह वजन नियंत्रित रखने, थकान कम करने और लंबे समय तक स्वस्थ जीवन जीने में मददगार है.
नाश्ता कभी ना करे स्किप
हम सभी जानते हैं कि हमारा आहार हमारे स्वास्थ्य का आइना है, पर इसमें खाने के तरीके के बारे में भी जानना जरूरी है. मसलन खाने की मात्रा और खाने का तरीका. यह हमारे मानसिक और शारीरिक दोनों स्वस्थ के लिए जरूरी है. व्यस्त दिनचर्या में हम यह भूल गए हैं कि भोजन आराम से और समय पर करना चाहिए.
हम भागते हुए, ऑफिस जल्दी पहुंचने के चक्कर में नाश्ता छोड़ देते हैं. जबकि भोजन की जगह चाय या कॉफी का लगातार सेवन करते हैं, जो एसिडिटी, रूखी त्वचा का कारण बनता है. घर का खाना छोड़, बाहरी खाना अधिक खाना पाचन प्रणाली और मेटाबॉलिक रेट को बिगाड़ देता है. दुनिया में 30 लोग सुबह का नाश्ता छोड़ देते हैं.
मेटाबॉलिक सिस्टम
कुछ बिजी शेड्यूल की वजह से, तो कुछ वजन कम करने के लिए. हालांकि अध्ययन में यह पाया गया है कि यदि आप सुबह का नाश्ता छोड़ देते हैं, तो आपका डायबिटीज का खतरा 33% बढ़ जाता है. वास्तव में नाश्ता ना करने से इंसुलिन रेजिस्टेंट बढ़ता है और मेटाबॉलिक सिस्टम पर स्ट्रेस बढ़ता है, जो डायबिटीज का पहला स्टेप है.
नाश्ता नहीं करने से दिन भर स्नैक्स से ज्यादा लेते हैं, जिससे कैलोरी इनटेक बड़ जाता है, जबकि पोषक तत्वों की कमी होती है. इस वजह से शहरी इलाकों में विटामिन डी, विटामिन बी12, फोलिक एसिड की कमी देखी जाती है. नाश्ता दिन भर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है, इसे कभी मिस ना करे.
कैसे ले स्वस्थ आहार
नियमित व्यायाम जरूरी है
आज के समय में ज्यादातर लोग सेकेंडरी लाइफ़स्टाइल बिता रहे हैं. उस फिजिकल एक्टिविटी ना के बराबर करते हैं. ऐसे में मेटाबॉलिक डिजीज होने का खतरा बढ़ जाता है. उच्च रक्तचाप, मधुमेह, थायराइड संबंधी समस्याएं आज के समय में काफी आम है.जैसे आहार आपके लिए बेहद जरूरी है, वैसे ही व्यायाम भी. नियमित व्यायाम करने से ना सिर्फ आपकी मांसपेशियां मजबूत होती है, बल्कि आपका मेटाबोलिक रेट भी तेज होता है. इससे आपके हृदय और फेफड़ों को अच्छे से काम करने में आसानी होती है.स्वस्थ रहने के लिए रोजाना व्यायाम करने की आदत डालें. अच्छी नींद आने के लिए एवं स्ट्रेस कम करने के लिए भी व्यायाम जरूरी है. इसकी आदत डालना मुश्किल है, पर नियमित अभ्यास से आप खुद में बदलाव देखेंगे.
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